11.84 करोड़ की लागत से अमृत स्कीम के तहत शुरू किया गया था प्रोजेक्ट
चांदपुर बाईपास के नीचे 270 मीटर लंबी डाली जानी है पाइप लाइन, 70 मीटर में रेलवे करेगा कार्य
दो सप्ताह के भीतर शुरू होगा कार्य, अगस्त माह में पूरा होगा प्रोजेक्ट
एनडी हिन्दुस्तान
यमुनानगर। बरसाती पानी की निकासी के लिए नगर निगम द्वारा अमृत स्कीम के तहत स्टॉर्म वाटर पाइप लाइन डालने का रुका हुआ काम दो सप्ताह के भीतर शुरू होगा। करीब 11.84 करोड़ की लागत से डाली जा रही स्टॉर्म वाटर ड्रेन का काम बाईपास पुल के नीचे गुलाब नगर के पास प्राइवेट जमीन होने और रेलवे लाइन की वजह से रुका हुआ था। जिसका नगर निगम ने समाधान निकाल लिया है। बाईपास पुल के नीचे लगभग 270 मीटर लंबाई में आरसीसी पाइप डालने का कार्य किया जाना है। स्टॉर्म वाटर ड्रेन के यह पाइप जमीन के नीचे डाले जाएंगे। 70 मीटर में रेलवे द्वारा पाइप डालने का कार्य किया जाएगा। बाकी के एरिया में निगम द्वारा कार्य किया जाएगा। कई साल से रुके इस प्रोजेक्ट को अगस्त माह तक पूरा कर लिया जाएगा। यह प्रोजेक्ट पूरा होने से बारिश में शहर में होने वाले जलभराव की समस्या नहीं रहेगी। यह जानकारी नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने दी।
निगम आयुक्त सिन्हा ने बताया कि बताया कि जगाधरी से आ रहा बड़ा नाला बरसाती सीजन में यमुनानगर की प्रोफेसर कॉलोनी, मॉडल टाउन, टैगोर गार्डन, लाजपत नगर समेत कई कालोनियों में जलभराव की वजह बनता है। बरसात के दिनों में क्षमता से अधिक पानी आने पर नाले से ओवरफ्लो होकर बाहर गलियों में बहता है। इस दिक्कत को दूर करने के लिए नाले के पानी को बांटने के लिए कन्हैया साहिब चौक से डिच ड्रेन तक नगर निगम द्वारा अमृत स्कीम के तहत स्टॉर्म वाटर पाइप लाइन डालने का कार्य शुरू किया था, ताकि जगाधरी से यमुनानगर में आकर नाले का पानी शहरी कालोनियों की ओर जा रहे नाले के साथ कन्हैया साहिब चौक से डायवर्ट होकर डिच ड्रेन में जा सके। कन्हैया चौक से बाइपास पुल तक लगभग छह फुट चौड़ी आरसीसी पाइप लाइन डालने का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसी तरह बाइपास पुल से डिच ड्रेन तक भी पाइप लाइन डाली जा चुकी है। बाईपास पुल के नीचे लगभग 270 मीटर पाइप लाइन डाली जानी है। जहां से पाइप लाइन निकाली जानी है, वहां पर कुछ प्राइवेट जमीन है। इसके अलावा रेलवे लाइन के नीचे से पाइप लाइन डाली जानी है। प्राइवेट जमीन को अधिग्रहित कर लिया गया है। जमीन के नीचे से आरसीसी पाइप लाइन डाली जाएगी। जिसका कार्य दो सप्ताह के भीतर किया जाएगा। जबकि रेलवे लाइन के नीचे से रेलवे की ओर से पाइप लाइन डालने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए रेलवे को रुपये जमा करा रखें है। रेलवे की ओर से पहले टेंडर लगाया गया था, लेकिन ठेकेदार ने कार्य करने से मना कर दिया था। अब फिर रेलवे की ओर से टेंडर लगाया गया है। जल्द ही रेलवे की ओर से भी रेलवे लाइन के नीचे पाइप लाइन डालने का कार्य पूरा किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट पूरा होने से बरसाती सीजन में शहर में होने वाले जलभराव से राहत मिलेगी। प्रोजेक्ट पूरा करने के साथ साथ शहर के नालों की सफाई का भी कार्य किया जाएगा।